Om prakash chautala (ओम प्रकाश चौटाला): इंडियन नेशनल लोकदल के प्रमुख और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला का निधन हो गया है। ओम प्रकाश चौटाला 89 साल की उम्र में गुरुग्राम स्थित अपने आवास पर अंतिम सांस ली। जिसके बाद 11:30 उन्हें गुरुग्राम के मेदांता हॉस्पिटल में लाया गया । करीब आधे घंटे बाद दोपहर 12 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली ।
ओम प्रकाश चौटाला भारत के 6वें उप प्रधानमंत्री चौधरी देवी लाल के पुत्र थे। जिनका जन्म 1 January 1935 को सिरसा में हुआ था और उनकी मृत्यु 20 दिसंबर 2025 को हुई।ओमप्रकाश चौटाला का अंतिम संस्कार 21 दिसंबर को उनके गांव तेजा खेड़ा फार्म पर राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। प्रदेश में तीन दिनों तक राजकीय शोक की घोषणा की गई है.
पिता आजादी के बाद भारतीय राजनीति का हिस्सा बने और भारत के उपप्रधानमंत्री के पद पर अपनी सेवा दी। पिता के डिप्टी पीएम बनते ही ओम प्रकाश चौटाला ने पिता की राजनीतिक में घुस गए। बता दे कि ओम प्रकाश चौटाला 1989 में पहली बार हरियाणा के मुख्यमंत्री बने थे । जो लगातार पांच बार मुख्यमंत्री और सात बार विधायक रह चुके हैं। 1989 से 2005 तक चौटाला को 5 बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने का मौका मिला, लेकिन वह एक बार ही 5 साल का कार्य़काल पूरा कर सके।उन्होंने किसान राजनीति के नाम पर सीएम तक की कुर्सी हासिल की तो तिहाड़ जेल के सबसे बुजुर्ग कैदी होने का अनचाहा रिकॉर्ड भी उनके नाम रहा।
ओम प्रकाश चौटाला को क्यों जाना पड़ा जेल
ओम प्रकाश चौटाला और उनके बेटे अजय को शिक्षक भर्ती घोटाले में जेल जाना पड़ा था। जो उनके परिवार के लिए एक बहुत बड़ा झटका था। ओमप्रकाश चौटाला को करीब एक दशक का वक्त जेल में ही गुजारना पड़ा था। उन्हें 2021 में कोरोना काल में जेल से रिहाई मिली थी तो वहीं मई 2022 में एक अन्य केस में जाना पड़ा।
ओम प्रकाश चौटाला 2013 में 10 साल कैद की सजा सुनाई गई थी। इसके अलावा उनके बेटे अजय चौटाला को भी जेल जाना पड़ा था। वह 3000 शिक्षकों को गलत तरीके से भर्ती करने के दोषी पाए गए थे। उन्हें फरवरी 2021 में साढ़े 9 साल की सजा काटने के बाद रिहा किया गया था। इसका कारण यह था कि कोरोना के चलते जेलों में गंभीर अपराध वाले कैदियों को ही रखने का फैसला लिया गया था।12वीं की परीक्षा प्रथम श्रेणी में पास की थी. उनकी इस उपलब्धि पर बॉलीवुड फिल्म “दसवीं” भी बनाई गई।
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प्रकाश चौटाला कब बने इनेलो?
1993 में चौटाला ने नरवाना उपचुनाव जीता। 1996 में उन्होंने हरियाणा लोक दल (राष्ट्रीय) नाम से नई पार्टी बनाई। 1998 में बसपा के साथ मिलकर पांच लोकसभा सीटें जीतीं। फिर पार्टी का नाम बदलकर इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) कर दिया गया।
ओम प्रकाश चौटाला के परिवार में कौन-कौन थे?
ओम प्रकाश चौटाला की शादी स्नेह लता से हुई थी। जिनका निधन अगस्त 2019 में हो गया । दोनों पति-पत्नी राजनीतिक में थे ।ओम प्रकाश चौटाला के तीन भाई थे जिनका नाम रणजीत सिंह चौटाला, प्रताप सिंह चौटाला और जगदीश कुमार चौटाला।ओम प्रकाश चौटाला के तीन बेटियां सुचित्रा सिंह, सुनीता सिंह, अंजली सिंह है और दो बेटे अजय चौटाला, अभय चौटाला, हैं। अजय चौटाला का पत्नी नैना चौटाला और अभय की पत्नी कांता चौटाला हैं।
ओमप्रकाश चौटाला के पास कितनी दौलत?
ओम प्रकाश चौटाला के पास हजार करोड़ की संपत्ति होने का दावा किया जाता रहा है। CBI ने चौटाला परिवार के खिलाफ 1467 करोड़ रुपये की संपत्ति के मामले में चार्जशीट दायर की थी। कहा जाता है कि उनकी 80 से ज्यादा प्रॉपर्टी थीं।
ओम प्रकाश चौटाला कब-कब बने मुख्यमंत्री
ओम प्रकाश चौटाला ने पहली बार दो दिसंबर 1989 को मुख्यमंत्री पद संभाला था, लेकिन 22 मई 1990 को उन्हें इस्तीफा देना पड़ा. इसके बाद दूसरी बार 12 जुलाई 1990 को मुख्यमंत्री बने, लेकिन पांच दिन बाद ही उन्हें इस्तीफा देना पड़ा.इसके बाद तीसरी बार 22 अप्रैल 1991 फिर से मुख्यमंत्री बने. इस बार भी उनका कार्यकाल ज्यादा लंबा नहीं चल सका. मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के केवल दो सप्ताह बाद ही केंद्र ने राष्ट्रपति शासन लगा दिया |
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